मशहूर भारत की 8 सबसे घातक कमांडो फोर्सेस | 8 Indian Special Forces
भारत हमेशा अपने पड़ोसी मुल्क के चलते हमेशा मुसीबत ही झेलते रहा है दुनिया के सातवें सबसे बड़े देश की सुरक्षा करना इतना आसान नहीं होता हमारे प्रिय इंडियन लोग हॉलीवुड मूवी देख कर सोचते हैं कि कब हमारे इंडियन कमांडो सी की तरह होंगे लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ भारतीय फोर्स का रुतबा अमेरिकन फोर्सेस और इजरायली फोर्स से बढ़कर है आमतौर पर यार सेना आर्मी एयरफोर्स को ही जानते हैं भारत के पास कुछ ऐसे भी कमांडो है जो बिना किसी की नजर में आए दुश्मनों के दांत खट्टे कर सकते हैं
1 ~ नेशनल सिक्योरिटी गार्ड
इनका मकसद देश में हो रहे आतंकवाद और और राज्य में हो रहे इंटरनल डिस्टरबेंस को संभालन और इन्हें एनएसजी ब्लैक कमांडो के नाम से जाना जाता है एनएससी कमांड हमेशा काले रंग के भेष में रहते हैं काले रंग के कपड़े और भी अन्य सीजी काले कपड़ों की ही होते हैं इसीलिए एनएसजी कमांडो को ब्लैक कमांडो भी कहा जाता है देश के महत्वपूर्ण ऊंचे पदों पर बैठे हुए लोगों की सुरक्षा मुश्किल वक्त में सुरक्षा और जवाब देने की जिम्मेदारी एनएसजी कमांडो की होती है एनएसजी कमांडो का एक ही नारा है वन फॉर ऑल ऑल फॉर वन 1984 के ऑपरेशन के बाद एनएसजी कमांडो की स्थापना की गई एनएसजी फोर्स अपने काम को करने में कभी भी नहीं हिचकीचाती अभी आप फिर देश के दुश्मन हो या फिर देश में घुसे दुश्मन हो मुंबई के हमले में सफलतापूर्वक दुश्मनों से निपटने का इन कमांडोज का बहुत बड़ा हाथ था एनएसजी कमांडो ना सिर्फ भारत बल्कि विश्व की हाई-फाई कमांडो में भी नाम शुमार है आज भारत की एनएसजी कमांडो की तुलना अमेरिका और इजरायल के कमांडो से किया जाता है अपने काम के नाते एनएसजी कमांडो ने 24 केस अंजाम दे दिए हैं किसी भी ऑपरेशन में आज तक असफल नहीं हुए
2 ~ गरूड फोर्स
इन फोर्स की जरूरत तक पढ़ी जब जम्मू कश्मीर ने भारतीय एयरफोर्स पर हमला किया आसमानी रक्षक गरुड़ फोर्स की स्थापना 2004 में किया गया था गरुड़ फोर्स हवाई मामलों में काफी स्पेशल है इन्हीं पता होता है कि कैसे दुश्मन के घर में घुसकर अपने साथियों को बचाना है गरुड़ फोर्स की ट्रेनिंग भारत की कुछ काबिलियत फोर्स के द्वारा की गई है गरुड़ फोर्स के पास दुनिया की सबसे बड़ी-बड़ी हथियार हैं इनका काम है प्रहार से सुरक्षा यह हर तरह की प्रहार से देश की सुरक्षा करने के लिए तैयार है
3 ~ मार्कोस फोर्स
दुनिया में जाने माने फोर्स में से एक है यह हर तरह के काम में माहिर हैं चाहे दुश्मन से आमने सामने से लड़ना हो किसी को बचाना हो या फिर डायरेक्ट एक्शन जल संबंधित कार्यों में तो इन्हें महारत हासिल है इन फोर्स को दाढ़ी वाला फोर्स भी कहते हैं क्यों ए जब नागरिक के बीच रहते हैं तो दाढ़ी बढ़ा लेते हैं ताकि इन्हें पहचाना ना जा सके मार्कोस कमांडो हमेशा हथियारों से लैस रहते हैं ताकि हमेशा यह दुश्मन से आगे रह सकें मार्कोस की ट्रेनिंग 2 साल में की जाती है और सी खास बात यह है कि इसमें सिर्फ 20 से 24 साल के लड़के की भर्ती होते हैं
4 ~ कोबरा फोर्स
जैसा नाम वैसा काम कोबरा फोर्स सीआरपीएफ की स्पेशल फोर्स है जिसे कमांडो बेटे लिया फोर रिजॉल्यूट एक्शन के नाम से भी जाना जाता है इनका काम है जंगल में लड़ाई लड़ना इनकी लड़ाई लड़ने का तरीका को देखकर गोरिल्ला टाकिक्स भी कहते हैं जो लोग जंगल के अंदर छुपे रहते हैं यह फोर्स उनको ढूंढ निकालते हैं सीआरपीएफ में भर्ती होने के लिए कोबरा फोर्स को तैयार किया जाता है और कोबरा फोर्स में 4 महीने से लेकर 10 महीने तक का ट्रेनिंग होता है जंगल में लड़ाई लड़ने वाली फोर्स को कोबरा फोर्स कहते हैं इन फोर्स को जंगल में रहना बम ढूंढना और जंगल में कैसे जिंदा रहना है यह सब सिखाया जाता है ताकि बिना किसी दिक्कत कोबरा फोर्स आसानी से जंगल में रह सके इस फोर्स को नाउ अवार्ड से नवाजा गया है फिलहाल कोबरा फोर्स की 10 यूनिट है एक यूनिट में 13 सौ लोग भर्ती होते हैं कोबरा फोर्स की लड़ने की शैली अब विदेश में पहुंच चुकी है यही कारण है कि अमेरिका और इजराइल की फोर्स को भी गोरिला फोर्स सिखाया जा रहे हैं हर साल कोबरा फोर्स की कमांडो विदेशों में दूसरों को ट्रेनिंग देने जाते हैं
5 ~ घातक फोर्स
इनका काम होता है दुश्मन को चौकन करना और फिर वार करना यह 20 लोगों का पलटन होता है यह समय से आगे चलकर काम करते हैं ताकि दुश्मन के बारे में पहले से ही पता लगा जा सके और यह दूर से ही बड़े बड़े हथियारों से घायल कर देते हैं घातक फोर्स बॉर्डर फोर्स में भी काफी सहयोग करते हैं इन्हें पैदल 50 किलोमीटर प्रति घंटा दौड़ने का ट्रेनिंग दिया जाता है और पीठ पर 20 किलो लादकर दौड़ते हैं तभी यह शारीरिक रूप से बहुत मजबूत हो जाते हैं
6 ~ पैरा कमांडो
भारत की एक सफल कमांडो में से है यह कमांडो सिर्फ जमीन पर नहीं बल्कि हवा में भी लड़ सकते हैं पैरा कमांडो ने 1971 1974 की जंग में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी पैरा कमांडो को पैराशूट पहनकर कूदने और दुश्मन को ढूंढ निकालने की महारत हासिल होती है पैरा कमांडो की बात देवर्ष ने भी सुना गया हाल ही में हुई सर्जिकल स्ट्राइक मैं पैरा कमांडो ने घुसकर दुश्मनों को निकाला था पैरा कमांडो भारत की सबसे पुरानी पैराशूट रेजीमेंट है लगभग 3 साल चलने वाली इसकी ट्रेनिंग बहुत ही कठिन है
7 ~ फोर्स वन
मुंबई महाराष्ट्र की सरकार में सोच लिया था कि हम अपनी एक फोर्स बनाएंगे मुंबई पुलिस बहुत जल्दी कहीं पर जाने के लिए तैयार हो जाते हैं इनको एनएससी इसराइल फोर्सेस के द्वारा ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाता है मुंबई पुलिस मुंबई में होने वाले किसी भी तरह की है लफड़े को बहुत जल्दी खत्म कर देते हैं मुंबई पुलिस आवेदन के लिए 3000 लोगों ने फॉर्म भरा था लेकिन सिर्फ 221 लोग ही सेलेक्ट हो पाए थे
8 ~ स्पेशल फ्रंटियर फोर्स
भारत चीन युद्ध के बाद 1962 में की स्थापना की गई थी इस फोर्स को बनाने का उद्देश्य यही था कि चीन की वार करने पर मुंह तोड़ जवाब देना यह फोर्स जंगल गोरिला लड़ाई पहाड़ों की लड़ाई के लिए ट्रेन किए जाते हैं हालांकि बात है कि कभी इन ट्रेनिंग की जरूरत नहीं पड़ी इन को किसी भी मिशन में जाने से पहले प्रधानमंत्री को सूचना देनी होती है
दोस्तों यह थी कुछ इंडियन फोर्स के बारे में मुझे उम्मीद है यह आर्टिकल आपको काफी पसंद आया होगा ठीक है
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